बेटी पैदा होने के लिए वजीफा
बेटी पैदा होने का वजीफा बेहद ही मुशर्रफ और आसान वजीफा आपके सामने लेकर हम पेश है। जो बेटी की चाहत रखते हैं वह इस वजीफे को अपने लिए आजमा सकते हैं।वजीफा बहुत ही आसान और बेहतर है।घर में बेटियों से ही रौनक होती है बेटी बाप का गुरूर है और मां का रसोई में आधा हाथ बटाने वाली भी।
जो मां बापवालिदकी चाहत रखते हैं कि उनके घर में अल्लाह ताला के फ्जलो करम से बेटी ही आए और उनके घर को अल्लाह तबारक व ताला की रहमतों से रोशनकरे। तो आप बिना किसी शर्त के इस वजीफे को अख्तियार करें।
- अल्लाह ताला नेलड़कियों कोअनगिनत रहमतों से नवाजा है।जिस घर में बेटी पैदा होती है तो अल्लाह तबारक व ताला उस घर में अपने रहमत के दरवाजे खोल देता है।वालीदैन के लिए बेटी जन्नत के दरवाजे खोल देती है।जब किसी की बीवी बनती है तो अपने शौहर का आधा दीन मुकम्मल करती है।बीवी के नसीब से शौहर के हिस्से में रोजी आती है।
- कुराने पाक में सूरह राद आयत नंबर 8 में मौजूद हैं।इस वजीफे से अल्लाह रब्बुल इज्जत बेटी नवाजता है। आपको इस दुआ को रोजाना पढ़ना है इस दुआ को आप किसी भी वक्त पढ़ सकते हैं। اللهيعلماتومافيالأرحاموماتزدادكنعندهبمقدار इस दुआ को 21 बार पढ़ना है।दुआ को शुरू करने से पहले अल्लाह रब्बुल इज्जत को उनके प्यारे हबीब का वास्ता देना है जिसके लिए हमको दरूदे पाक को कम से कम 3 बार पढ़ना है। इस वजीफे को आप को 5 महीनों तक लगातार करते रहना है।इंशाल्लाह इस वजीफे से अल्लाह रब्बुल इज्जत आपके घर में बेटी अता करेंगे।